आखिर क्यों कहलाता हैं ऋषिकेश, दुनिया की योग राजधानी (World’s Yoga Capital) ? 

World’s Yoga Capital, Rishikesh: उत्तराखंड में गंगा किनारे बसा खूबसूरत शहर ऋषिकेश लोगो को अपने और आकर्षित करता हैं। यहाँ आप प्रकृति, शांति व अध्यात्म का अनुभव कर सकतें हैं। यह शहर पूरे विश्व में योग राजधानी के नाम से भी विख्यात हैं। देश विदेश से हज़ारों योगी ऋषिकेश आकर अपनी योग साधना को उच्च कोटि पर ले जाते हैं। यहाँ आपको विश्व प्रसिद्ध योगा स्कूल व सेंटर (yoga school in Rishikesh) मिलेंगें। आधुनिक काल ही नही पौराणिक काल से लोग यहाँ योग, प्राणायाम, ध्यान व साधना के लिए आते रहें हैं। यह योग व साधना के लिए उत्तम स्थान माना गया हैं। पर ऐसा क्यों हैं कि ऋषिकेश को योग के क्षेत्र में इतनी ख्याति प्राप्त हैं।

आज हम इस ब्लॉग के माध्यम से आपको ऋषिकेश की वो विशेषताएं बताएंगे जिसके कारण इस शहर काम नाम योगा के क्षेत्र में सबसे ऊपर आता हैं (World’s Yoga Capital) ।

योग की वैश्विक राजधानी ( World’s Yoga Capital )

– यहाँ का प्राकर्तिक वातावरण, हिमालय पर्वत की शृंखला, माँ गंगा की अविरल धारा योगा व ध्यान के लिए एक उपयुक्त वातावरण प्रदान करती हैं।

– ऋषिकेश के प्राचीन आश्रम, मंदिर, व मठ आपको अध्यात्म का ज्ञान देते हैं जो योगा का एक अभिन्न अंग हैं।

– यह शहर जाना जाता हैं सर्वोत्तम योग गुरु बनाने के लिए। यहाँ की योग शिक्षा आपको योगा को उनके उच्चतम स्तर पर लेकर जाती हैं।

– हिमालय की पहाड़ियों के बीच से निकलती माँ गंगा की निर्मल धारा एक अलौकिक दृश्य प्रदान करती हैं, जो शरीर में ऊर्जा का संचार करता हैं।

– यहाँ को गलियो में, हवा में, व कण-कण में योग वास करता हैं। प्राचीन काल से श्रेष्ठ ऋषि मुनियों ने यहाँ योग व ध्यान का महत्व बताया हैं।

– ऋषिकेश शहर आधुनिक शहरों से शांत व प्रदूषण मुक्त हैं जिससे आपको योग क्रियायों में मदद मिलती हैं।

– यहाँ लगभग हर जगह आपको विश्व प्रसिद्ध योग विद्यालय व सेन्टर मिल सकते हैं जो आपके वैदिक योग से रूबरू करवातें हैं।

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