फोटोग्राफर बाबा के नाम से विख्यात हरीश भट्ट ने परिवहन मंत्रालय से की अपील


फोटोग्राफर बाबा के नाम से विख्यात हरीश भट्ट ने परिवहन मंत्रालय से की अपील
आपको बता दें कुछ दिन पूर्व उत्तराखंड के फोटोग्राफर बाबा ने कुछ दिन पहले अपने सोशल मीडिया पे तोता घाटी की एक सूंदर तस्वीर शेयर करी थी, जिसे परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी द्वारा ऑफिशियल पेज पे शेयर किया गया, साथ ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी जी द्वारा भी अपने सोशल अकाउंट पर इन फोटो का प्रयोग किया गय।

Tota Ghati
फोटोग्राफर बाबा के नाम से विख्यात हरीश भट्ट ने परिवहन मंत्रालय से की अपील
विनम्र निवेदन …..
आदरणीय और साथ में पूजनीय भी अपने कार्यों के आधार पर श्री नितिन गडकरी जी परिवहन एवम राष्ट्रीय राज मार्ग मंत्रालय भारत सरकार
महोदय आपके व आपके मंत्रालय द्वारा दिनांक 18 मार्च 2022 को मेरे द्वारा क्लिक राष्ट्रीय मार्ग तोता घाटी की कुछ तस्वीरों को आपने अपने ट्विटर पर साझा की थी और उन तस्वीरों से मुझे भी लोगों ने एक फोटो ग्राफर के रूप में जाना इसके लिए ह्रदय की अनंत गहराइयों से आप का धन्यवाद.महोदय अब आगे का विषय यह है कि यह तोता घाटी आपके अथक प्रयास और मजबूत इच्छा शक्ति के कारण बहुत ही सुंदर सुगम सरल सुरक्षित लगने लगी हे।
महोदय इस तोता घाटी का एक अपना इतिहास भी है जिस वजह से इस दुर्लभ घाटी का नाम तोता घाटी रखा गया है । सन 1931से 1935 के बीच ठेकेदार श्री तोता सिंह रांगड ( लाट साहब) टेहरी गढ़वाल वालों ने अपनी धर्म पत्नी के जेवर बेच कर व अपनी ठेकेदारी में नुकसान उठा कर इस सड़क को अपने मजदूरों के बल पर पूरा किया जो की उस समय बिना किसी भी आधुनिक मसीनों एक चुनौती पूर्ण कार्य था। महोदय उत्तराखण्ड की समस्त जनता की और से आग्रह विनम्र निवेदन हे कि इस जगह पर श्री तोता सिंह जी की आदम कद मूर्ति लगाने के साथ इसके उच्च शिखर पर एक हनुमान जी की मूर्ति भी लगवाई जाए , जिससे इस मार्ग हुई अनेकों अनेक सड़क दुर्घनाओं में अपने प्राण देने वालों की आत्मा को भी हम सांत्वना दे सकें
महोदय एक प्रकृति फोटोग्राफर होने की वजह मुझे जो इस स्थान पर जो दृश्य दिखते हैं वो अपने में स्वयं आनंद की अनुभूति करवाते हैं अतः महोदय इस स्थान को एक पर्यटक स्थल के रूप में भी विकसित होने की आशा ही नहीं विस्वास भी करता हूं!आपका आभारी
उत्तराखण्ड की जनता के साथ
हरीश भट्ट ( मुख्य पुजारी श्री रुद्रनाथ जी )
ग्राम गोपेश्वर जिला चमोली उत्तरखण्ड