यहाँ आज भी चूल्हे की आंच पर बनते हैं, गरमागरम पकोड़े।

पहले मजबूरी थी, अब शौक से तैयार करते हैं।

हमारी दुकान के पकोड़े एक बार आप खाओगे तो दुबारा जरूर आओगे। उत्तराखंड के पौड़ी जिले अंतर्गत गरूड़ चट्टी नीलकंठ मार्ग पर हम पिछले 30 सालों से पकोड़े बना रहे हैं। कई बार 6 साल,10 साल पुराने पर्यटक
जो कभी यहाँ से खा कर गया होगा, अपने परिवार के साथ यहाँ आता है, तो लगता है कि कुछ कमाया है। आलू मिर्च के पकोड़े लोग बहुत पसंद करते हैं।

मेरा नाम “अनिता नेगी” है, मेरा बेटा साल भर का था
जब ये हमें छोड़ कर चले गए। मेरे लिए तभी से संघर्ष शुरू हो गया था, पहाड़ का जीवन भी आसान नहीं, ऐसे में परिवार की जिम्मेदारी भी मुझ पर आ गयी, मजबूरन मुझे दुकान लगानी पड़ी। पहले पहल हिम्मत नहीं हुई दुकान चलाने की दस किस्म के लोगों से पाला पड़ता था। धीरे धीरे हिम्मत आयी।आज मेरा बेटा मेरा साथ पूरी दुकान चलाता है।

पकोड़े के अलावा मैगी आदि फास्ट फूड भी बनता है। कुल्हड़ वाली चाई खास तौर से बनती है। लॉकडाउन में थोड़ी दिक्कत हुई थी, लेकिन फिर गाड़ी वापस पटरी पर आ गयी।
अब इस कोरोना काल में कहां नौकरी है, मेरा बेटा भी इसी रोजगार में मेरा साथ दे रहा है, सीजन में 25 से 30 हजार महीना तक कि कमाई हो जाती है.

Location – Garudchatti, Neelkanth Road

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